Tuesday, 15 December 2009

जी नहीं ? जी हाँ

ये शहर
वो शहर

हमारा शहर
उनका शहर

बातें वही
अलफ़ाज़ नए

जज़्बात वही
इरादे नए

कुछ किस्सों की शुरुआत
कुछ अफसानों के अंत

जी नहीं ?
जी हाँ

1 comment:

Manoj Mairta said...

good sense of city!