tag:blogger.com,1999:blog-5681418751184146093.post6223421494425939390..comments2023-08-07T07:54:07.652-07:00Comments on Ready Steady Go: टैक्सी, १०:४७ - १०:५८LAHORE SE MUMBAIhttp://www.blogger.com/profile/11960855678075438799noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-5681418751184146093.post-6984929458430028162009-07-24T03:50:47.289-07:002009-07-24T03:50:47.289-07:00दइया रे दइया...ग़ज़ब टैक्सी वाला...बिना मांगे ही क...दइया रे दइया...ग़ज़ब टैक्सी वाला...बिना मांगे ही कितनी सलाहें दे गया...वैसे, आपने भी मज़े-मज़े में ये संवाद लिख डाला...स्त्री सामर्थ्य, संघर्ष, जीवन-जद्दोजहद, बराबरी और देह को लेकर कितनी गूढ़ बातचीत...जो बिटवीन द लाइंस चलती है...अच्छा पीस लिखा..बधाई.चण्डीदत्त शुक्लhttp://www.chauraha1.blogspot.comnoreply@blogger.com